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Neeraj Chopra: प्रसिद्ध भारतीय एथलीट और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा दो हफ्ते पहले प्रशिक्षण के दौरान हुई चोट के कारण 63वें Ostrava Golden Spike 2024 एथलेटिक्स मीट में नहीं खेल पाएंगे। आइये पढ़िए पूरी खबर…
Neeraj Chopra की मांसपेशियों की चोट ने उन्हें Ostrava Golden Spike 2024 एथलेटिक्स मीट से दूर कर दिया है। यह भारतीय Javelin Throw Player, जो पिछले ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले हैं, 28 मई को चेक गणराज्य में होने वाले महत्वपूर्ण खेल में भाग नहीं ले पाएंगे। आयोजकों ने बताया कि दो सप्ताह पहले ट्रेनिंग के दौरान लगी चोट के कारण वे प्रतियोगिता में भाग नहीं ले सकेंगे।
हालांकि, 26 वर्षीय Neeraj इस प्रतिष्ठित मीट में एक विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। आयोजकों ने बयान में कहा, “प्रशिक्षण के दौरान लगी मांसपेशियों की चोट (Adductor Muscle) के कारण वह ओस्ट्रावा में भाला फेंक नहीं कर पाएंगे, लेकिन वह इस आयोजन में मेहमान के रूप में आएंगे।”
Neeraj ने इस सीजन में दो प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है – दोहा डायमंड लीग और फेडरेशन कप। उन्होंने 10 मई को दोहा डायमंड लीग में 88.36 मीटर के प्रभावशाली थ्रो के साथ रजत पदक जीता। इसके बाद, उन्होंने लगभग तीन साल बाद घरेलू प्रतियोगिता में वापसी करते हुए 15 मई को भुवनेश्वर में फेडरेशन कप में 82.27 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता, जिससे डीपी मनु को दूसरे स्थान पर धकेल दिया।
Neeraj Chopra भारत की एक महत्वपूर्ण उम्मीद हैं, जो पेरिस ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक की चाहत रखते हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में धूमधाम से स्वर्ण पदक जीता था और अब वह अपने प्रदर्शन को पेरिस में भी बरकरार रखना चाहते हैं। इसके बावजूद, आयोजकों को Neeraj का संदेश मिला है जिसमें उन्होंने अपनी प्रतियोगिता से बाहर होने की जानकारी दी है।
Ostrava Golden Spike 2024 में Neeraj Chopra की जगह यूरोपीय चैंपियन, जर्मनी के जूलियन वेबर (Julian Weber) नजर आएंगे। आयोजकों ने बताया, “हमने सर्वश्रेष्ठ विकल्प का प्रबंध किया है। जूलियन वेबर, जिन्होंने शुक्रवार को 88.37 मीटर का धाकड़ प्रदर्शन किया, इस वर्ष का तीसरा सर्वश्रेष्ठ हैं। वे ओस्ट्रावा आएंगे। यह रोम में होने वाली यूरोपीय चैम्पियनशिप से पहले याकुब वाडलेज के लिए एक बड़ी परीक्षा होगी।”
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USA vs BAN T20: गुरुवार को अमेरिका और बांग्लादेश के बीच तीन मैचों की T20 सीरीज का दूसरा मुकाबला था। मैच में अमेरिका ने बांग्लादेश को छह रनों से हराकर सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली।अमेरिका और बांग्लादेश के बीच खेले जा रहे मैच में बेहद रोमांच देखने को मिला।
USA vs BAN T20 के मैच में, अमेरिका ने अगुवाई करते हुए शाकिब-अल-हसन की टीम को अपने दम पर हराया। उन्होंने बांग्लादेश को नंबर छह रनों से हरा दिया। इससे पहले अमेरिका ने पहले T20 मैच में भी बांग्लादेश को पांच विकेट से हराया था।
मैच में अमेरिका ने 144 रन बनाए, जवाब में बांग्लादेश की टीम 138 रनों पर सिमट गई। अमेरिका की लगातार दूसरी जीत में पाकिस्तानी गेंदबाज़ अली खान ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 3 बल्लेबाजों को आउट किया।
अमेरिका की शुरुआत दूसरे T20 मैच में बेहतरीन रही। कप्तान मोनाक पटेल और स्टीवन टेलर ने मिलकर पहले विकेट के लिए 44 रनों की भागीदारी की। इसे रिशाद हुसैन ने तोड़ा, स्टीवन को आउट किया। 28 गेंदों में वह 31 रन बनाकर आउट हुए। फिर एंड्री गॉस बिना किसी रन के पवेलियन लौटे। इस मैच में आरोन जोन्स ने 35 रन, कोरी एंडरसन 11 रन, हरमीत सिंह शून्य, मोनाक पटेल 42 रन, नितीश कुमार सात (नाबाद), और शेडली (नाबाद) सात रन बनाए। बांग्लादेश के लिए शोरिफुल इस्लाम, मुस्तफिजुर रहमान, और रिशाद हुसैन ने दो-दो विकेट चटकाए।
बांग्लादेश की पारी में अमेरिका के गेंदबाज ने भी शानदार प्रदर्शन किया, जिससे उन्होंने बांग्लादेश की पारी को सीमित किया। इस जीत से अमेरिका की टीम का मनोबल बहुत बढ़ गया है और यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।
USA vs BAN T20 के इस मैच को देखकर बांग्लादेश के प्रदर्शन पर सवाल उठते है। लगातार मिली दो हार से टीम का मनोबल टूट गया है। अब अगले मैच में बांग्लादेश को अपने को शाबित करने के लिए बेहतर प्रदर्शन करना ही होगा।
वाहन निर्माण क्षेत्र में अग्रणी कंपनी Toyota Kirloskar मोटर (TKM) ने घोषणा की है कि 1 अप्रैल से उसके चुनिंदा वाहनों की कीमतों में 1 प्रतिशत तक की वृद्धि की जाएगी। यह कदम उत्पादन लागत और परिचालन खर्च में अपरिहार्य वृद्धि के जवाब में उठाया जा रहा है।
कंपनी के एक बयान में कहा गया है, “हम एक अप्रैल से अपने विशेष मॉडलों के कुछ ग्रेड की कीमतें बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। यह निर्णय उत्पादन लागत और परिचालन खर्च में हुई वृद्धि के कारण लिया गया है।” इस वृद्धि से कंपनी की विविध वाहन श्रेणी पर असर पड़ेगा, जिसमें हैचबैक ग्लैंजा से लेकर प्रीमियम स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) फॉर्च्यूनर तक शामिल हैं, जिनकी कीमतें 6.86 लाख रुपये से 51.44 लाख रुपये तक हैं।
इस बढ़ोतरी का उद्देश्य बढ़ती लागत को संभालना और गुणवत्ता व सेवा मानकों को बनाए रखना है। टीकेएम अपने ग्राहकों को उच्चतम गुणवत्ता के वाहन और सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, और यह मूल्य वृद्धि इसी प्रतिबद्धता का एक हिस्सा है।
कंपनी का यह कदम ऑटोमोबाइल उद्योग में व्याप्त वृद्धिशील लागत प्रवृत्तियों के अनुरूप है, जिसे वैश्विक और स्थानीय स्तर पर विभिन्न कारकों जैसे कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि, लॉजिस्टिक लागतों में वृद्धि, और मुद्रास्फीति के प्रभावों द्वारा प्रेरित किया गया है।
Toyota Kirloskar मोटर के इस निर्णय को उद्योग विश्लेषकों ने समझदारी भरा कदम बताया है, जिससे कंपनी अपने वादों और ग्राहक संतुष्टि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रख सके। ग्राहकों को भी उम्मीद है कि वे इस वृद्धि के बावजूद टोयोटा की गुणवत्ता और विश्वसनीयता के लिए अपनी पसंद जारी रखेंगे।
सरकार ने इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कई पहल की हैं, फिर भी इसमें कई कदम शामिल हैं। यहाँ एक संक्षिप्त और विस्तृत मार्गदर्शन दी जा रही है जो भारत में कंपनी का रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया को समझाती है:
1. व्यवसाय के प्रकार का चयन:
सबसे पहले, आपको यह निर्णय लेना होगा कि आप किस प्रकार की कंपनी बनाना चाहते हैं – प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, पब्लिक लिमिटेड कंपनी, वन पर्सन कंपनी, लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप (LLP), आदि। प्रत्येक प्रकार की कंपनी के अपने नियम और लाभ होते हैं।
2. नाम का चयन और अप्रूवल:
कंपनी के नाम का चयन करते समय, यह सुनिश्चित करें कि नाम अनूठा हो और पहले से मौजूद किसी अन्य कंपनी के नाम से मिलता-जुलता न हो। नाम का अप्रूवल Ministry of Corporate Affairs (MCA) की वेबसाइट पर RUN (Reserve Unique Name) सेवा के माध्यम से किया जा सकता है।
3. डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाणपत्र (DSC) प्राप्त करें:
कंपनी के निदेशकों को डिजिटल हस्ताक्षर प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा। यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में दस्तावेजों को साइन करने के लिए आवश्यक है।
4. निदेशक की पहचान संख्या (DIN) प्राप्त करें:
कंपनी के प्रत्येक निदेशक के लिए निदेशक की पहचान संख्या (DIN) प्राप्त करना आवश्यक है। यह एक ऐसी संख्या होती है जो निदेशक की पहचान को सत्यापित करती है।
5. आवश्यक दस्तावेजों की तैयारी:
कंपनी के रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेजों में शामिल हैं: पहचान प्रमाण, पता प्रमाण, कंपनी के निदेशकों के पासपोर्ट साइज फोटो, रेंट एग्रीमेंट (यदि लागू हो), आदि।
6. कंपनी का पंजीकरण:
सभी दस्तावेजों के साथ, आपको MCA की वेबसाइट पर SPICe+ फॉर्म भरना होगा। इसमें कंपनी का नाम, पंजीकृत कार्यालय का पता, निदेशकों और शेयरधारकों की जानकारी शामिल होती है।
7. पंजीकरण शुल्क और शुल्क भुगतान:
पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान, आपको निर्धारित पंजीकरण शुल्क और स्टाम्प ड्यूटी का भुगतान करना होगा। शुल्क राज्य और कंपनी के प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकता है।
8. कंपनी का पंजीकरण प्रमाणपत्र प्राप्त करें:
सभी दस्तावेजों की जांच और शुल्क के भुगतान के बाद, रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (ROC) आपकी कंपनी का पंजीकरण प्रमाणपत्र जारी करेगा। इसके साथ ही आपकी कंपनी कानूनी रूप से मान्य हो जाती है।
9. पैन, टैन, और अन्य लाइसेंस प्राप्त करें:
कंपनी के पंजीकरण के बाद, आपको परमानेंट अकाउंट नंबर (PAN), टैक्स डिडक्शन एंड कलेक्शन अकाउंट नंबर (TAN), और यदि आवश्यक हो तो GST रजिस्ट्रेशन प्राप्त करना होगा।
भारत में कंपनी का सफलतापूर्वक रजिस्ट्रेशन एक व्यापक प्रक्रिया है जिसमें ध्यान देने योग्य कई महत्वपूर्ण कदम शामिल हैं। इस प्रक्रिया के दौरान विस्तृत ध्यान और सही दस्तावेज़ीकरण आवश्यक है।
हायरिंग प्लेटफॉर्म Unstop की रिपोर्ट ने भारत में एजुकेशन और रोजगार के बीच खाई के बारे में बड़ा खुलासा किया है।
जब आप किसी कॉलेज में प्रवेश लेने की सोचते हैं, तो वहां पर 100% नौकरी की गारंटी का वादा किया जाता है। विद्यार्थियों को आश्वासन दिया जाता है कि उन्हें अपनी पढ़ाई पूरी होने पर नौकरी मिल जाएगी। मगर, वास्तविकता में स्थिति इसके ठीक विपरीत है।
Unstop की एक रिपोर्ट ने भारत में शिक्षा और रोजगार के बीच की गहराई को उजागर किया है। इसके अनुसार, केवल 7% उच्च शिक्षा संस्थान ही अपने छात्रों के लिए 100% प्लेसमेंट की सुविधा प्रदान कर पा रहे हैं।
11,000 से अधिक छात्रों, कॉलेजों और नियोजकों के सर्वे के आधार पर, यह भी पाया गया कि आधे से अधिक छात्रों को अपने पसंद के क्षेत्र में नौकरी मिलने की उम्मीद नहीं है।
सर्वे में भाग लेने वाले 75% मानव संसाधन पेशेवरों ने भर्ती में स्थिरता या वृद्धि देखी। फिर भी, 19% मानव संसाधन पेशेवरों ने भर्ती न होने की बात कही, 11% ने भर्ती पर अस्थायी रोक की जानकारी दी, और शेष 8% के पास कोई रिक्त पद नहीं था।
नौकरी बाजार में मांग और आपूर्ति में विसंगति एक प्रमुख समस्या बन गई है
Unstop के सीईओ अंकित अग्रवाल के अनुसार, कंपनियां प्रतिभाशाली कर्मचारियों की तलाश में हैं, लेकिन उन्हें उचित कौशल वाले लोग नहीं मिल पा रहे हैं।
मानव संसाधन पेशेवरों का कहना है कि कैंपस भर्ती में कौशल की कमी एक बड़ी चुनौती है। लगभग 66% मानव संसाधन पेशेवरों ने कहा कि छात्रों के पास उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल नहीं है। कौशल की कमी के अलावा, छात्रों में तैयारी की कमी भी एक महत्वपूर्ण समस्या है।
42% विश्वविद्यालयों का मानना है कि छात्रों की तैयारी की कमी के कारण उन्हें अच्छी नौकरी नहीं मिल पाती है। मानव संसाधन पेशेवरों का मानना है कि वे कौशल-आधारित भर्ती को प्राथमिकता देते हैं, और अनुभव, शिक्षा, संदर्भ, इंटर्नशिप और परियोजनाओं जैसे कारकों को कम महत्व देते हैं।
कुल नौकरी के ऑफरों में से 35% टेक्नोलॉजी क्षेत्र में दिए गए थे। बिजनेस स्कूलों, कला, विज्ञान और वाणिज्य के 62% छात्रों और 25% इंजीनियरिंग छात्रों को नौकरी या इंटर्नशिप के ऑफर मिले।
रिपोर्ट के अनुसार, इंजीनियरिंग स्नातकों को टेक सेक्टर से सबसे अधिक नौकरी के ऑफर मिलते हैं। 2024 में, इंजीनियरिंग स्नातकों को मिले कुल ऑफरों में से 72% टेक सेक्टर से थे। बी-स्कूल स्नातकों को कुल मिलाकर अधिक नौकरी के ऑफर मिलते हैं, लेकिन उनमें से केवल 18% टेक सेक्टर से होते हैं।
अधिकांश बी-स्कूल स्नातक जमी-जमाई और स्थापित कंपनियों में काम करना पसंद करते हैं, जबकि केवल 10% छात्र स्टार्टअप में काम करने के इच्छुक होते हैं। बी-स्कूल के छात्रों के लिए मार्केटिंग सबसे पसंदीदा डोमेन है, जबकि कला और विज्ञान के छात्रों के लिए वित्त और विश्लेषण सबसे लोकप्रिय डोमेन हैं। इस रिपोर्ट में IIT, IIM और NIT जैसे भारत के प्रमुख संस्थान शामिल नहीं थे।
वेतन की बात करें तो, बिजनेस स्कूलों के स्नातकों को इंजीनियरिंग संस्थानों के स्नातकों की तुलना में अधिक वेतन मिलता है। 2024 में, बिजनेस स्कूलों का औसत वेतन प्रति वर्ष 20 लाख रुपये था, जबकि इंजीनियरिंग का औसत वेतन 6-10 लाख रुपये प्रति वर्ष था।
इंजीनियरिंग में, पुरुष और महिला छात्रों को समान औसत वेतन मिलता है, लेकिन कला और विज्ञान के छात्रों के बीच वेतन में महत्वपूर्ण अंतर होता है। पुरुष कला और विज्ञान के छात्रों को 6-10 लाख रुपये प्रति वर्ष का औसत वेतन मिलता है, जबकि महिला कला और विज्ञान की छात्रों को 2-5 लाख रुपये प्रति वर्ष का औसत वेतन मिलता है।
बी-स्कूलों में, पुरुषों को महिलाओं की तुलना में अधिक वेतन मिलता है। 55% पुरुषों को 16 लाख रुपये प्रति वर्ष से अधिक का वेतन मिलता है, जबकि केवल 45% महिलाओं को इतना ही वेतन मिलता है।
छंटनी के बढ़ते डर के कारण, अधिकांश छात्र वेतन वृद्धि के बजाय नौकरी की सुरक्षा को महत्व देते हैं। 60% छात्रों ने कहा कि उनके लिए वेतन वृद्धि की तुलना में नौकरी की सुरक्षा अधिक महत्वपूर्ण है।
वित्तीय वर्ष की आरंभ 1 अप्रैल से होती है और यह व्यक्तिगत वित्त के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण समय होता है क्योंकि इस दिन से आयकर संबंधित अधिकांश बजटीय प्रस्ताव प्रभावी होते हैं। इस वर्ष के बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इन परिवर्तनों की घोषणा की गई थी। आइए, उन परिवर्तनों को देखते हैं जिनके बारे में आपको अवश्य जानना चाहिए।
1 अप्रैल 2024 से, नई कर प्रणाली डिफॉल्ट विकल्प के रूप में अपनाई जाएगी। यानी, यदि आपने अब तक अपने टैक्स फाइल करने का तरीका नहीं चुना है, तो आपका टैक्स नई प्रणाली के अनुसार फाइल किया जाएगा।
पिछले वर्ष, 1 अप्रैल 2023 से आयकर नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए थे। नई प्रणाली के अंतर्गत, मूल छूट सीमा को ₹2.5 लाख से बढ़ाकर ₹3 लाख कर दिया गया था। इसके अलावा, आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 87A के अंतर्गत छूट को ₹5 लाख से बढ़ाकर ₹7 लाख कर दिया गया। इसका अर्थ है कि नई व्यवस्था के तहत, ₹7 लाख तक की कर योग्य आय वाले व्यक्तियों को कोई आयकर नहीं देना पड़ेगा क्योंकि वे पूर्ण छूट के हकदार होंगे।
नए टैक्स स्लैब इस प्रकार से होंगे:
Post Office Investment Scheme: डाकघर निवेश योजनाएं आपके पैसे को सुरक्षित और लाभकारी तरीके से निवेश करने का एक उत्कृष्ट विकल्प प्रदान करती हैं। लेकिन सही योजना का चुनाव कैसे करें और कौन सी योजना सबसे अधिक लाभकारी है, यह जानना महत्वपूर्ण है। इस लेख में हम आपको इन योजनाओं के चुनाव और उनके लाभों के बारे में बताएंगे।
Post Office Investment Scheme आपकी बचत को सुव्यवस्थित रूप से संचालित करने और इसे वृद्धि प्रदान करने के लिए अनुकूल साबित होती हैं। डाकघरों को अक्सर पुरानी चीज़ समझा जाता है, लेकिन क्या उन्हें सचमुच बेकार मान लेना चाहिए? यह सच है कि आजकल लोग चिट्ठी भेजने या अन्य कम्युनिकेशन के लिए डाकघरों का कम इस्तेमाल करते हैं, लेकिन लाखों लोग अभी भी इन लाल इमारतों पर भरोसा करते हैं।
ये Post Office Investment Scheme जो आपको ऑफर की जाती हैं, उन्हें सरकार द्वारा समर्थित किया गया है जिससे आपका पैसा सुरक्षित रहता है। साथ ही, उनमें बेहतर ब्याज दरें भी ऑफर की जाती हैं। इसका मतलब है कि अगर आप इन स्कीमों में पैसा लगाते हैं, तो आपकी बचत अन्य निवेशों की तरह बढ़ती रहेगी।
चाहे आप तत्काल कुछ खरीदना चाहते हों या भविष्य के लिए पैसे इकट्ठा करना चाहते हों, Post Office Investment Scheme आपके लिए एकदम सही हैं। देश भर में 1,54,000 से भी अधिक डाकघरों के साथ, ये योजनाएं सभी के लिए आसानी से उपलब्ध हैं। चाहे आपके लक्ष्य अल्पकालिक हों या दीर्घकालिक, डाकघर बचत योजनाएं आपको अपनी बचत को प्रभावी ढंग से मैनेज करने और बढ़ाने में मदद करती हैं।
Post Office Investment Scheme के प्रकार:
बचत खाता (Saving Account): यह बैंक के बचत खाते की तरह ही काम करता है, जिसमें आप पैसे जमा और निकाल सकते हैं। इस पर आपको 4% ब्याज मिलता है। यह पूरी तरह से कर योग्य है।
राष्ट्रीय बचत आवर्ती जमा (RD): इस योजना में आप हर महीने एक निश्चित राशि जमा करते हैं, जो आप एक निश्चित अवधि (जैसे, 1, 3, या 5 साल) के लिए जमा करते हैं। इस पर आपको 6.7% ब्याज मिलता है।
राष्ट्रीय बचत सावधि जमा (TD): इस योजना में आप एक निश्चित राशि एक निश्चित अवधि (जैसे, 1, 2, 3, या 5 साल) के लिए जमा करते हैं। इस पर आपको निश्चित ब्याज मिलता है, जिसकी दर अवधि के अनुसार बदलती रहती है।
राष्ट्रीय बचत मासिक आय योजना (MIS): इस योजना में आप एक निश्चित राशि जमा करते हैं, जिसके बदले में आपको हर महीने ब्याज मिलता है। 1 अप्रैल 2024 से इस पर 7.4% ब्याज मिलेगा।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS): यह योजना 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए है, जिन्हें निवेश करने पर उच्च ब्याज दरें मिलती हैं। वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) के लिए इस योजना पर 8.2% ब्याज मिल रहा है।
सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF): यह एक दीर्घकालिक निवेश योजना है जो 15 वर्षों के लिए चलती है। इसमें आप मासिक योगदान करते हैं और 7.1% प्रति वर्ष की ब्याज दर अर्जित करते हैं। PPF आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ प्रदान करता है।
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC): यह निश्चित अवधि के लिए निवेश योजना है, जो 5 या 10 वर्षों के लिए चलती है। आप एकमुश्त योगदान करते हैं और 7.7% (5 वर्ष) या 7.9% (10 वर्ष) प्रति वर्ष की ब्याज दर अर्जित करते हैं। NSC कर लाभ प्रदान नहीं करता है।
किसान विकास पत्र (KVP): यह निश्चित अवधि के लिए निवेश योजना है, जो 115 महीनों के लिए चलती है। आप एकमुश्त योगदान करते हैं और 7.5% प्रति वर्ष की ब्याज दर अर्जित करते हैं। KVP कर लाभ प्रदान नहीं करता है।
सुकन्या समृद्धि खाता (SSA): यह बालिकाओं के लिए बचत योजना है, जो 21 वर्षों के लिए चलती है। आप मासिक योगदान करते हैं और 8.2% प्रति वर्ष की ब्याज दर कमाते हैं। SSA कर लाभ प्रदान नहीं करता है।
IPL Highest Score: इस मैच में सनराइजर्स हैदराबाद के तीन खिलाड़ियों ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं और कुल मिलाकर 18 छक्के जड़े गए। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाड़ियों ने मुंबई इंडियंस के विरुद्ध खेलते हुए असाधारण बैटिंग का प्रदर्शन किया। खेल की शुरुआत से लेकर समाप्ति तक, उन्होंने विरोधी टीम के गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। इस मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से तीन खिलाड़ियों ने अर्धशतक लगाए और कुल 18 छक्के जड़े गए। इसकी बदौलत उन्होंने आईपीएल के इतिहास में अब तक का सबसे ऊंचा स्कोर खड़ा किया।
सनराइजर्स हैदराबाद ने 20 ओवर में 277/3 का भारी भरकम स्कोर बनाया। इस पारी में हेनरिक क्लासेन ने सर्वाधिक 34 गेंदों पर नाबाद 80 रन, अभिषेक शर्मा ने 23 गेंदों पर 63 रन और ट्रेविस हेड ने 24 गेंदों पर 62 रन बनाए। एडेन मारक्रम भी 28 गेंदों पर 42 रन बनाकर नाबाद रहे। गेंदबाजी पक्ष से मफाका सबसे महंगे साबित हुए, जिन्होंने 4 ओवर में 66 रन दिए। गेराल्ड कोएट्जी और शम्स मुलानी ने क्रमशः 4 ओवर में 57 और 2 ओवर में 33 रन दिए।
पहले आईपीएल का सबसे बड़ा स्कोर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के नाम था, जिन्होंने 2013 में पुणे वॉरियर्स इंडिया के खिलाफ 263/5 का स्कोर बनाया था। लेकिन 11 साल बाद, यह रिकॉर्ड टूट गया।
आइए देखें आईपीएल में बने पांच सबसे बड़े स्कोर
CSK vs RR – 2010 में चेन्नई सुपर किंग्स ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 246/5 का स्कोर बनाया।
RCB vs GL – 2016 में RCB ने गुजरात लायंस के खिलाफ 248/3 का स्कोर बनाया।
LSG vs पंजाब किंग्स – 2023 में LSG ने पंजाब किंग्स के खिलाफ 257/5 का स्कोर बनाया।
RCB vs पुणे वॉरियर्स इंडिया – 2013 में RCB ने पुणे वॉरियर्स इंडिया के खिलाफ 263/5 का स्कोर बनाया।
MI vs SRH – 27 मार्च 2024 को खेले गए मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने 20 ओवर में 277 रन बनाए।
दिल्ली कैपिटल्स, जिन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 के अपने पहले मैच में पंजाब किंग्स के खिलाफ हार का सामना किया था, अब सीज़न के दूसरे गेम के लिए तैयार हैं। वे अपने दूसरे मैच में राजस्थान रॉयल्स के साथ सवाई मानसिंह स्टेडियम में भिड़ेंगे। टॉस जीतने वाले कप्तान की संभावना है कि वह पहले फील्डिंग का विकल्प चुनें।
रॉयल्स ने पहले ही लखनऊ सुपर जाइंट्स के खिलाफ सीज़न की अपनी पहली जीत हासिल कर ली है और अब उनका लक्ष्य फिर से चेन्नई को नंबर 2 पर धकेलने का है। यह स्पष्ट है कि उन्हें इसे हासिल करने के लिए दिल्ली पर एक बड़ी जीत की ज़रूरत होगी। क्योंकि गुजरात पर बढ़त से शानदार जीत के बाद, चेन्नई बेहतर नेट रन रेट के साथ नंबर 1 पर पहुँच गया है।
IPL 2024 के अंतर्गत DC बनाम RR के बीच का आमना-सामना
इस गुरुवार, दिनांक 28 मार्च को आयोजित होने जा रहे मैच से पूर्व, दिल्ली और राजस्थान की टीमों ने कुल 27 मुकाबले खेले हैं जिनमें राजस्थान रॉयल्स का प्रदर्शन कुछ बेहतर रहा है। आखिरी पांच भिड़ंतों में आरआर ने डीसी को 3-2 से मात दी है।
मैचों की संख्या: 27
दिल्ली कैपिटल्स की विजय: 13
राजस्थान रॉयल्स की विजय: 14
बिना परिणाम के मैच: 0
राजस्थान रॉयल्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स का मुकाबला सवाई मानसिंह स्टेडियम में होगा
सवाई मानसिंह स्टेडियम में, जब दिल्ली और राजस्थान आमने-सामने होते हैं, तब तक के छह मैचों में घरेलू टीम राजस्थान ने 4-2 की बढ़त बना रखी है। अंतिम बार, 2018 में जयपुर में हुए मैच में राजस्थान ने दिल्ली को हराया था, जिसमें संजू सैमसन दिल्ली की टीम का हिस्सा थे।
मुकाबले: 6
दिल्ली कैपिटल्स विजयी: 2
राजस्थान रॉयल्स विजयी: 4
बिना परिणाम के मैच: 0
अरुण जेटली स्टेडियम में DC vs RR के मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स को यहां अपनी आखिरी जीत 2015 में मिली थी
अरुण जेटली स्टेडियम, नई दिल्ली में, दिल्ली कैपिटल्स ने ज्यादातर समय राजस्थान रॉयल्स पर विजय पाई है। यहां हुए आठ मैचों में से दिल्ली ने पांच में जीत हासिल की है। अंतिम गेम 2019 में यहां हुआ था, जहां मेजबान टीम जीती थी, और राजस्थान रॉयल्स को यहां अपनी आखिरी जीत 2015 में मिली थी।
मुकाबले: 8
दिल्ली कैपिटल्स विजयी: 5
राजस्थान रॉयल्स विजयी: 3
बिना परिणाम के मैच: 0
आईपीएल 2024 के लिए राजस्थान रॉयल्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स पिच विश्लेषण
सवाई मानसिंह स्टेडियम की पिच चेज़ करने वाली टीम के लिए अनुकूल होती है। फिर भी, राजस्थान ने अपने पहले मैच में टारगेट सेट कर जीत हासिल की थी, लेकिन अब तक 53 मैचों में 34 मैच पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने जीते हैं।
टॉस और मैच जीतने का अनुपात 28:25 है। इस स्टेडियम में बिना नतीजे के कोई भी मैच नहीं हुआ है। पहली पारी का औसत स्कोर 160 है, जो कि यह हाई स्कोरिंग वेन्यू नहीं है।
आईपीएल 2024 के पहले मैच में इस पिच पर दरारें देखी गई थीं और स्पिनरों को फायदा हो रहा था। हालांकि, दिल्ली के लिए उत्साहजनक बात यह है कि उन्होंने 2019 में राजस्थान के खिलाफ 193 रन का सफल पीछा किया था।
जयपुर में RR vs DC के लिए मौसम पूर्वानुमान
मैच में ओस की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। मैच के दौरान शाम 7 बजे IST पर तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से घटकर 11 बजे IST तक 30 डिग्री सेल्सियस हो जाएगा, जिससे ओस बढ़ेगी। इसलिए, टॉस जीतने वाला कप्तान शायद पहले फील्डिंग करना पसंद करेगा, पहली पारी में गेंदबाजी करने और दूसरी पारी में ओस से लाभ उठाने के लिए।